*नि~ *ध रे रे ग ग
कर चले हम फिदा
मध म ग धम ग ग ग
जान-ओ तन साथियों
Or
म ध म ग म~ ग ग ग
रे गध~ म मग~ रे
अब तुम्हारे हवाले
म गरे म ग रे रेरे
वतन साथियों
Or
म गरेग~ रे रेरे
रे म गरे म ग रे रेरे
*नि~ *ध रे रे ग ग
कर चले हम फिदा
मध म ग धम ग ग ग
जान-ओ तन साथियों
रे गध~ म मग~ रे
अब तुम्हारे हवाले
म गरे म ग रे रेरे
वतन साथियों
ग म नि~ ध~ मम
साँस थमती गई,
ग म नि~ ध~ मम
नब्ज़ जमती गई
ग म नि~नि~ निनि
फिर भी बढ़ते कदम
ध ग मनिध~ मम
को ना रुकने दिया
ग मनि~ ध~ ममम
कट गए सर हमारे
ग मनि~ ध~ मम
तो कुछ ग़म नहीं
ग म नि~नि~ नि निध
सर हिमालय का हमने
ग मनिध~ मम
ना झुकने दिया
धध ध~ ध मध
मरते मरते रहा
म ग धम ग ग ग
बाँक़पन साथियों
रे ग ध~ म म ग~ रे
अब तुम्हारे हवाले,
म गरे म ग रे रेरे
वतन साथियों
*नि~ *ध रे रे ग ग
कर चले हम फिदा
मध म ग धम ग ग ग
जान-ओ तन साथियों
रे गध~ म मग~ रे
अब तुम्हारे हवाले
म गरे म ग रे रेरे
वतन साथियों
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ज़िंदा रहने के मौसम बहुत हैं मगर
जान देने की रुत रोज़ आती नहीं
हुस्न और इश्क़ दोनो को रुसवा करे
वो जवानी जो खूँ में नहाती नहीं
आज धरती बनी है दुल्हन साथियों
रे गध~ म मग~ रे
अब तुम्हारे हवाले
म गरे म ग रे रेरे
वतन साथियों