ध~~~
हो…..
ध~ धध धधध
मंगल भवन
धधध धम गमधधध
अमंगल हा~री~~ee
धधरे*धध धधम
eeee~~~
मधम गगरे रेग
द्रबहु सुदसरथ
गगम गग~ रे
अचर बिहारी
रे~ रेग म
राम सिया राम
मम रे~ग ग गरे रे~
सिया_राम जय जय राम
*नि *ध
राम
रे~ रेग म
राम सिया राम
मम रे~ग ग गरे रे~
सिया_राम जय जय राम
ध~~~
Ho…..
ध ध ध धध ध
होइ है वही जो
ध~ ध धम गमधधध
राम रचि रा~खा~~aa~~
धधरे*धध धधम
aaa~~~
मध मग गरेरेग
को करे तरफ़
गग~ म गगरे
बढ़ाए साखा
रे~ रेग म
राम सिया राम
मम रे~ग ग गरे रे~
सिया_राम जय जय राम
*नि *ध
राम
रे~ रेग म
राम सिया राम
मम रे~ग ग गरे रे~
सिया_राम जय जय राम
Will be Updated:
हो….धीरज धरम मित्र अरु नारी
आपद काल परखिये चारी
हो….जेहिके जेहि पर सत्य सनेहू
सो तेहि मिलय न कछु सन्देहू
हो…. जाकी रही भावना जैसी
रघु मूरति देखी तिन तैसी
हो…. रघुकुल रीत सदा चली आई
प्राण जाए पर वचन न जाई
हो…. हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता
कहहि सुनहि बहुविधि सब संता